भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट का मुकाबला हो या जंग का, भावनाएं चरम पर होती हैं। दोनों देशों के लोग हद से आगे जाकर अपने खिलाड़ियों या सैनिकों के प्रति समर्थन में उनके साथ खड़े हो जाते हैं। ऐसे हालात में जबकि इन दोनों देशों के बीच रोमांच चरम पर हो, क्रिकेट मैच को तो बीच में अचानक रोकना लगभग असंभव है।
किंतु एक बार ऐसा हुआ जब एक खबर ने दोनों देशों के लोगों को सन्न् कर दिया और उसके बाद तुरंत मैच रोक दिया गया। फिर एक भी बॉल न डाली जा सकी और मैच अनिर्णित ही रहा। किस्सा 31 अक्टूबर, 1984 का है। तब भारत और पाकिस्तान के बीच पाकिस्तान के सियालकोट में क्रिकेट मैच खेला जा रहा था। भारत का स्कोर 210 रन पर 3 विकेट था। दिलीप वेंगसरकर 94* रन बनाकर क्रीज पर टिके थे।
भारतीय इस उत्साह में उतावले हो रहे थे कि शतक बनेगा और वे वेंगसरकर व अपनी टीम की हौसलाफजाई करेंगे। मगर तभी अचानक मैच रोक दिया गया। दर्शक हैरान थे और दोनों देशों के खिलाड़ी अपने ड्रेसिंग रूम की ओर लौटने लगे।
दरअसल, मैदान तक खबर पहुंची थी कि भारत की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। यह सुनते ही दर्शक भी शोक में डूब गए।
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